Suraj की दवा में हर महीने का 15,००० रूपये का खर्च है । तो अगर हममें से ३० लोग आयें और हर महीने ५०० रूपये का योगदान करें तो ये काम हो जाएगा । किसी के ऊपर ज्यादा बोझ भी नही और Suraj का दवा भी आ जाएगा । फिलहाल इस काम के लिए निमंलिखित लोगों ने अपनी सहमति जताई है ।
- प्रतीक
- शिल्पा
- मुकुल
- पुर्नेंदु
- नवरंग उर्फ़ पगलु
- नवरंग जी के एक अन्य मित्र (नाम नहीं पता हैं)
आपका छोटा से छोटा सहयोग इस बच्चे की जान बचने में सहायक हो सकता है .......
आज मैं बीज हूँ कविता के बाकी अंश , ये कविता ना जाने क्यों मुझे Suraj के ऊपर बहुत सही प्रतीत होता है । इस बीज को अंकुरित करने में हमे जी-जान से लग जाना चाहिए .....
आज मैं बीज हूँ
आज मैं बीज हूँ
कल रहुँगा अंकुर
बटुर-बटुर आएगी दुनिया, मुझे देखने को आतुर
आज मैं बीज हूँ
अलक्षित, ना-चीज हूँ
गर्क हूँ धरती की जादुई कोख में ।
आज मैं बीज हूँ
कल रहुँगा अंकुर
बटुर-बटुर आएगी दुनिया, मुझे देखने को आतुर
आज मैं बीज हूँ
अलक्षित, ना-चीज हूँ
गर्क हूँ धरती की जादुई कोख में ।
--नागार्जुन
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